दिल्ली एनसीआर में आग का तांडव अप्रैल में बढ़ रही आगों खतरा: सरकारी भवनों सहित कई इलाकों में आए दिन आग लग रहे हैं
दिल्ली एनसीआर में पिछले 1 महीने में आग की भयावह स्थिति बनी हुई है। इस महीने में कम से कम 8 से 10 अलग-अलग इलाकों में आग लग गई है। इस तबाही ने लोगों को चिंतित कर दिया है।
दिल्ली सरकारी भवनों में भी आग की खबरें आ रही हैं। पिछले हफ्ते ही दिल्ली के एक सरकारी भवन में आग लग गई थी। जनपथ इलाके का वायु सेना भवन में आग ने एक विकराल रूप देखने को मिला घटना 21 अप्रैल का हैं वहीं इसके पहले 16 अप्रैल को संसद भवन के नार्थ ब्लॉक में आग लगने की घटना सामने आया था
21 अप्रैल को ही यूपी-दिल्ली बॉर्डर पर स्थित गाजीपुर कूड़े के पहाड़ पर शाम 5 बजे आग लग गई। तभी से आग बुझाने के प्रयास जारी हैं। कूड़े का विषैला धुआं कई किलोमीटर इलाके तक पहुंच रहा है। कूड़े का ये पहाड़ करीब 45 मीटर ऊंचा है।
आपको बता दें की 2022 के MCD चुनाव में दिल्ली वालों को इन कूड़े के पहाड़ों से निजात दिलाने का वादा आप पार्टी और अरविंद केजरीवाल की तरफ से किया गया था।
खैर संबंधित अधिकारियों ने जल्दी से जल्दी आग को नियंत्रित करने का आश्वासन दिया हैं
इसके साथ ही एनसीआर में नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम जैसे इलाकों में भी इसी महीने में कई आगों की खबरें सामने आई हैं। इस गर्मी के महीने में यह स्थिति और भी चिंताजनक बन रही है।
गुरुग्राम के गांव बजघेड़ा में 100 से अधिक झुग्गियां आग में जलीं, दर्जनों छोटे गैस सिलेंडर फटे ये भी घटना 21 अप्रैल का हैं
वहीं गाजियाबाद के खोड़ा कॉलोनी में कबाड़ के गोदाम में लगी आग लग गई थी घटना 18/19 अप्रैल की थी
गाजियाबाद के वसुंधरा के अटल चौक के पास क्रिस्टल होटल में आग 18 अप्रैल को लग गई थी
17 अप्रैल को दिल्ली के जनकपुरी इलाके में स्थित चार मंजिला मकान के सेकंड फ्लोर पर आज अचानक आग लग गई। हादसे में कोई घायल नहीं हुआ।
ऐसे ही दिल्ली के बहुत से एरिया में कहीं मार्केट में आग लगी तो कहीं सरकारी भवन में तो कहीं घर में आग लगी साथ ही आए दिन बस कार स्कूटी में आग लगने की घटनाएं सामने आती रहती हैं
इस बढ़ते आग के मामले में स्थानीय प्रशासन और अधिकारियों को सतर्क रहने की जरूरत है। लोगों को सतर्क रहकर सुरक्षा के नियमों का पालन करने की अपील की जा रही है।
आग की वजह से हुई नुकसान की जांच की जा रही है और आग की बचाव के लिए उपायों पर गहराई से विचार किया जा रहा है।
इस घातक समस्या का समाधान करने के लिए सभी संबंधित अधिकारियों ने मिलकर काम करने का आश्वासन दिया है। लेकिन इसे गंभीरता से लेकर निपटने की आवश्यकता है।
यह समाचार जारी किया जाना है ताकि लोग सतर्क रहें और सुरक्षित रहें। आग के जोखिम को कम करने के लिए हम सभी को जिम्मेदारीपूर्ण ढंग से आगाह किया जाता है।